Petrol-Diesel Price: महंगाई की मार से पहले से ही जूझ रहे आम आदमी को एक और झटका लगने वाला है। गोवा और कर्नाटक सरकारों ने पेट्रोल और डीजल पर टैक्स बढ़ाने का फैसला किया है, जिससे इन ईंधनों की कीमतों में वृद्धि होगी। इस कदम से न केवल वाहन चालकों पर बोझ बढ़ेगा, बल्कि इसका असर आम जनता के दैनिक जीवन पर भी पड़ेगा।
गोवा में पेट्रोल-डीजल हुआ महंगा
गोवा सरकार ने शनिवार से पेट्रोल और डीजल पर मूल्य वर्धित कर (वैट) बढ़ाने का ऐलान किया है। राज्य सरकार के अवर सचिव (वित्त) प्रणब जी भट्ट ने इस बढ़ोतरी की अधिसूचना जारी की है। इस फैसले के बाद:1. पेट्रोल की कीमत में प्रति लीटर 1 रुपये की बढ़ोतरी होगी।
2. डीजल 36 पैसे प्रति लीटर महंगा हो जाएगा।
3. गोवा में पेट्रोल की नई कीमत 96.40 रुपये प्रति लीटर होगी।
4. डीजल की नई कीमत 88.26 रुपये प्रति लीटर हो जाएगी।
कर्नाटक में भी बढ़े दाम
कर्नाटक सरकार ने भी हाल ही में पेट्रोल और डीजल पर टैक्स बढ़ाने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार ने बिक्री कर में निम्नलिखित वृद्धि की है:
1. पेट्रोल पर बिक्री कर 29.84% बढ़ाया गया है।
2. डीजल पर बिक्री कर 18.44% बढ़ाया गया है।
इस वृद्धि का सीधा असर पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर पड़ेगा, जिससे ये ईंधन महंगे हो जाएंगे।
आम आदमी पर पड़ने वाला प्रभाव
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में यह बढ़ोतरी आम आदमी के जीवन को कई तरीकों से प्रभावित करेगी:
1. वाहन चलाने की लागत बढ़ेगी, जिससे लोगों की दैनिक यात्रा महंगी हो जाएगी।
2. सार्वजनिक परिवहन की लागत में वृद्धि होने की संभावना है।
3. माल ढुलाई की लागत बढ़ने से रोजमर्रा की वस्तुओं की कीमतें बढ़ सकती हैं।
4. कुल मिलाकर महंगाई में वृद्धि होगी, जिससे आम आदमी की क्रय शक्ति प्रभावित होगी।
विपक्ष का विरोध
विपक्षी दलों ने इस कदम की आलोचना की है। गोवा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता यूरी अलेमाओ ने इसे सरकार का असंवेदनशील फैसला बताया है और इसे तुरंत वापस लेने की मांग की है।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में यह वृद्धि आम आदमी के लिए चिंता का विषय है। यह न केवल वाहन चालकों को प्रभावित करेगी, बल्कि इसका असर समाज के हर वर्ग पर पड़ेगा। सरकार को इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करना चाहिए और आम जनता पर पड़ने वाले बोझ को कम करने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए। साथ ही, लोगों को भी ईंधन के विवेकपूर्ण उपयोग और वैकल्पिक परिवहन साधनों पर विचार करना चाहिए ताकि इस वृद्धि के प्रभाव को कम किया जा सके।
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