अभी-अभी आई बड़ी खबर,क्या दोबारा होगी NEET UG परीक्षा? देखे पूरी ख़बर NEET UG Re Exam

WhatsApp ग्रुप ज्वाइन करे Join Now

NEET UG Re Exam 2024 Big Update: NEET (UG) परीक्षा 2024 में कई विवाद सामने आए हैं। इन विवादों के कारण परीक्षा प्रणाली पर सवाल उठे हैं और कई स्तरों पर जांच शुरू की गई है। आइए इस मुद्दे को विस्तार से समझें:

दोबारा परीक्षा का आयोजन

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 23 जून को NEET (UG) की दोबारा परीक्षा आयोजित की। यह परीक्षा उन 1563 उम्मीदवारों के लिए थी जिन्हें पहली परीक्षा में ग्रे अंक मिले थे। परीक्षा देश भर के 7 केंद्रों पर हुई।

अनुपस्थिति का मुद्दा

दोबारा परीक्षा में बड़ी संख्या में छात्र अनुपस्थित रहे। कुल 1563 पात्र उम्मीदवारों में से केवल 813 (लगभग 52%) ही परीक्षा में शामिल हुए। यह अनुपस्थिति विभिन्न राज्यों में अलग-अलग रही। उदाहरण के लिए, छत्तीसगढ़ में 602 में से 291, हरियाणा में 494 में से 287, और मेघालय में 464 में से 234 उम्मीदवार ही परीक्षा में बैठे।

यह भी पढ़े:
सेविंगअकाउंट में मिनिमम बैलेंस को लेकर RBI ने जारी की नई गाइडलाइन जाने क्या है नई गाइडलाइन Saving account

टॉप रैंक का विवाद

इस साल की NEET (UG) परीक्षा में 67 उम्मीदवारों के एक साथ टॉप रैंक पाने ने कई सवाल खड़े किए। इस असामान्य परिणाम के कारण कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए और विभिन्न अदालतों में याचिकाएं दायर की गईं।

जांच और कार्रवाई

इन आरोपों के मद्देनजर NTA ने अपने महानिदेशक सुबोध सिंह को पद से हटा दिया और मामले की जांच CBI को सौंप दी। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने NTA के प्रदर्शन की समीक्षा के लिए एक सात सदस्यीय पैनल भी गठित किया है।

पेपर लीक का आरोप

कुछ छात्रों ने पुलिस के सामने स्वीकार किया है कि उन्हें परीक्षा से एक रात पहले उत्तर सहित प्रश्नपत्र मिले थे। इस गंभीर आरोप पर CBI ने FIR दर्ज की है और जांच शुरू कर दी है।

आगे की राह

अब सवाल यह है कि क्या इन विवादों के कारण पूरी परीक्षा रद्द करके 24 लाख उम्मीदवारों की दोबारा परीक्षा ली जाएगी, या फिर पहले की तरह काउंसलिंग प्रक्रिया जारी रहेगी। इस बारे में अभी तक कोई स्पष्ट निर्णय नहीं लिया गया है।

NEET (UG) 2024 के आसपास उठे ये विवाद भारत की परीक्षा प्रणाली में मौजूद कमियों को उजागर करते हैं। इन मुद्दों का समाधान न केवल इस वर्ष के उम्मीदवारों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि भविष्य में ऐसी परीक्षाओं की विश्वसनीयता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए भी जरूरी है। जांच के नतीजों और सरकार के आगामी फैसलों पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।

अस्वीकरण: हमारी वेबसाइट पर दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और इंटरनेट पर उपलब्ध स्रोतों से एकत्रित की गई है। हम किसी भी राय या दावे का समर्थन नहीं करते हैं। जानकारी की सटीकता के लिए स्वतंत्र रूप से सत्यापन करें।

Leave a Comment