शुक्रवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोने और चांदी के दामों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी देखी गई। चांदी की कीमत में एक ही दिन में 2,600 रुपये की छलांग लगी, जबकि सोना भी 150 रुपये प्रति 10 ग्राम महंगा हो गया। आइए, इस बदलाव के पीछे की वजहों और इसके प्रभाव को विस्तार से समझते हैं।
चांदी में जबरदस्त उछाल: एक दिन में 2,600 रुपये की बढ़त
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के मुताबिक, शुक्रवार को चांदी की कीमत में जबरदस्त उछाल देखा गया। एक ही दिन में चांदी 2,600 रुपये बढ़कर 95,900 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। यह लगातार दूसरे दिन की बढ़त है। गुरुवार को चांदी 93,300 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। यह बढ़त सिर्फ घरेलू बाजार तक ही सीमित नहीं है, अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी चांदी 31.05 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही थी, जो पिछले दिन की तुलना में करीब 0.75 डॉलर अधिक है।
सोने में भी तेजी: 150 रुपये प्रति 10 ग्राम की बढ़त
सोने की कीमत भी 150 रुपये प्रति 10 ग्राम बढ़कर 73,650 रुपये हो गई। गुरुवार को यह 73,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। अंतरराष्ट्रीय बाजार कॉमेक्स में भी सोना 2,366 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था, जो पिछले दिन के मुकाबले 6 डॉलर अधिक है।
कीमतों में बढ़ोतरी के कारण
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के कमोडिटी एक्सपर्ट सौमिल गांधी के अनुसार, इस बढ़ोतरी के पीछे कई कारण हैं:
1. कमजोर डॉलर: अमेरिकी डॉलर में नरमी से सोने और चांदी की मांग बढ़ी है, क्योंकि अन्य देशों के लिए ये धातुएं सस्ती हो जाती हैं।
2. आर्थिक आंकड़े: अमेरिका के कमजोर आर्थिक आंकड़ों ने भी सोने को समर्थन दिया है। ऐसे में निवेशक सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की ओर रुख करते हैं।
3. ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद: यूरोपीय सेंट्रल बैंक ने ब्याज दरों में कटौती की घोषणा की है। इससे उम्मीद है कि अन्य केंद्रीय बैंक भी ऐसा कर सकते हैं। कम ब्याज दरें सोने-चांदी जैसी धातुओं के लिए अनुकूल होती हैं।
निवेशकों के लिए सलाह
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में सोने और चांदी की कीमतों में और तेजी आ सकती है। लेकिन निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। बाजार में उतार-चढ़ाव लगा रहता है, इसलिए अपने निवेश लक्ष्यों और जोखिम क्षमता के अनुसार ही निवेश करें।
सोने-चांदी की कीमतों में यह बढ़ोतरी ग्लोबल ट्रेंड का नतीजा है। आने वाले दिनों में अमेरिकी फेडरल रिजर्व के फैसलों पर बाजार की नजर रहेगी। अगर फेड भी ब्याज दरों में कटौती करता है, तो सोने-चांदी की चमक और बढ़ सकती है। लेकिन याद रखें, बाजार में निवेश हमेशा सोच-समझकर और लंबी अवधि के लिए करना चाहिए |
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