Loan with low CIBIL score: जब हम बैंक से लोन लेने जाते हैं, तो बैंक सबसे पहले हमारा सिबिल स्कोर देखता है। यह स्कोर हमारी वित्तीय विश्वसनीयता दर्शाता है। अच्छा सिबिल स्कोर (750 या उससे ऊपर) लोन पाने में मददगार होता है। लेकिन कई लोगों का सिबिल स्कोर माइनस में भी हो सकता है, जो लोन लेने में बाधा बन सकता है।
माइनस सिबिल स्कोर क्या है और क्यों होता है?
सिबिल स्कोर आमतौर पर 300 से 900 के बीच होता है। लेकिन अगर आपने कभी लोन नहीं लिया या क्रेडिट कार्ड का उपयोग नहीं किया, तो आपका स्कोर -1 हो सकता है। इसे “जीरो क्रेडिट स्कोर” भी कहा जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपकी कोई क्रेडिट हिस्ट्री नहीं है।
माइनस सिबिल स्कोर को कैसे सुधारें?
1. क्रेडिट कार्ड का उपयोग: बैंक से क्रेडिट कार्ड लें और उसका नियमित उपयोग करें। समय पर बिल चुकाएं।
2. छोटी एफडी और ओवरड्राफ्ट: बैंक में दो छोटी एफडी (जैसे 10-10 हजार रुपये की) करवाएं। फिर इन पर ओवरड्राफ्ट सुविधा का लाभ उठाएं।
इन तरीकों से आपकी क्रेडिट हिस्ट्री बनना शुरू हो जाएगी और कुछ हफ्तों में आपका सिबिल स्कोर अपडेट हो जाएगा।
माइनस सिबिल स्कोर के साथ लोन पाने की संभावनाएं
माइनस सिबिल स्कोर होने पर भी लोन मिलने की संभावना हो सकती है। बैंक अधिकारी बताते हैं कि ऐसी स्थिति में बैंक अन्य मापदंडों पर आपकी विश्वसनीयता की जांच करते हैं:
1. आय का स्रोत
2. शैक्षणिक योग्यता
3. पेशेवर स्थिति (जैसे डॉक्टर, सीए, या उच्च पद)
4. बैंक स्टेटमेंट
5. नियमित बिल भुगतान का प्रमाण
अगर आप इन मापदंडों पर अच्छे साबित होते हैं, तो बैंक आपको लोन दे सकता है।
माइनस सिबिल स्कोर एक चुनौती हो सकती है, लेकिन यह लोन पाने की राह में पूरी तरह से बाधा नहीं है। अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत करने और क्रेडिट हिस्ट्री बनाने के लिए छोटे-छोटे कदम उठाएं। साथ ही, अपनी अन्य वित्तीय और पेशेवर उपलब्धियों को प्रदर्शित करें। इन प्रयासों से आप धीरे-धीरे अपना सिबिल स्कोर सुधार सकते हैं और भविष्य में आसानी से लोन प्राप्त कर सकते हैं।
अस्वीकरण: हमारी वेबसाइट पर दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और इंटरनेट पर उपलब्ध स्रोतों से एकत्रित की गई है। हम किसी भी राय या दावे का समर्थन नहीं करते हैं। जानकारी की सटीकता के लिए स्वतंत्र रूप से सत्यापन करें।